रविवार, 17 अप्रैल 2016

आज फिर दिल ने याद किया, ....
कविता दीदी ने गाने को शब्दों ( ) में नही सरगम में सुनी !!
कविता कृष्णामूर्त्य जी। संगीतकार आप है ---- जी
गीत शब्दों में नहीं नोटेसन बताइये -- जी
फिर मै गाना नहीं नोट्स बोलता रहा दीदी गाती रही ! बहुत सुकून मिला इस दिल को भारत की दूसरी लता के साथ गाना गाने का सौभाग्य मिला। . इसके लिए मै सदा आभारी रहूँगा श्री रमानाथ झ जी का फिल्म हाफ मर्डर में मैंने कुल ५ गाने लिखे ,....                                                                                                                                       





                        अप्पन सजाना पर हमरो गुमान रे परान रे परान …ऱे परान रे परान !!

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